सभी ड्राई फ्रूट्स में लगभग हम सभी को बादाम बहुत पसंद होता है। बादाम, विटामिन E और मैग्नीशियम से भरपूर होते हैं, जो स्वस्थ हड्डियों, सामान्य ब्लड प्रेशर, मांसपेशियों और तंत्रिका कार्यों को स्ट्रांग करते हैं। बादाम एक ऐसा भोजन है, जिसे डायबिटीज रोगी अपने खाने मे शामिल कर सकते हैं। बादाम ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करता है और डायबिटीज से लड़ने को आसान बनता है।
इसमें पाया जाने वाला मैग्नीशियम इसे डायबिटीज रोगियों के लिए उपयोगी बनाता है और ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करता है। हाल ही में कुछ शोधो से पता चला है कि अगर बादाम को लंबे समय तक सही मात्रा में खाया जाए तो ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है। चूंकि हृदय रोग डायबिटीज के कॉम्प्लिकेशन में से एक है, तो बादाम मधुमेह रोगियों में हृदय के स्वास्थ्य में सुधार कर सकता है और हृदय रोग के रिस्क को भी कम कर सकता है।
बादाम खराब कोलेस्ट्रॉल को भी कम कर सकता है, जिसकी अधिक मात्रा धमनियों को ब्लॉक कर सकती है।
सुबह ४-६ बादाम भिगो कर भोजन से पहले खाना सबसे अच्छा होता है।
डायबिटीज रोगियों को बाजार में मिलने वाले नमकीन या तले हुए बादाम का सेवन नहीं करना चाहिए। इसके बजाय कच्चे बादाम का सेवन करें। इसे सुबह जल्दी या शाम को नाश्ते के रूप में खाया जा सकता है। कैलोरी संतुलन बनाए रखने के लिए मधुमेह रोगियों को 6-8 बादाम खाने की सलाह दी जाती है।